अजब है तेरी माया, इसे कोई समझ ना पाया

अजब है तेरी माया ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे, ऊँचा तेरा धाम हे कैलाश के वासी भोले, करते हैं तुझे प्रणाम…