अजब है तेरी माया, इसे कोई समझ ना पाया
अजब है तेरी माया ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे, ऊँचा तेरा धाम हे कैलाश के वासी भोले, करते हैं तुझे प्रणाम अजब है तेरी माया, इसे कोई समझ ना पाया गज़ब
अजब है तेरी माया ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे, ऊँचा तेरा धाम हे कैलाश के वासी भोले, करते हैं तुझे प्रणाम अजब है तेरी माया, इसे कोई समझ ना पाया गज़ब