सकल हंस में राम विराजे राम बिना कोई धाम नहीं
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं | सब भरमंड में ज्योत का वासा, राम को सुमिरो दूजा नहीं || तीन गुण पर तेज हमारा, पांच तत्व
सकल हंस में राम विराजे, राम बिना कोई धाम नहीं | सब भरमंड में ज्योत का वासा, राम को सुमिरो दूजा नहीं || तीन गुण पर तेज हमारा, पांच तत्व