मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने छवि लगी मन श्याम की जब से, भई बावरी मैं तो तब से | बाँधी प्रेम की डोर मोहन से, नाता
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने छवि लगी मन श्याम की जब से, भई बावरी मैं तो तब से | बाँधी प्रेम की डोर मोहन से, नाता