ये चमक ये दमक फूलवन मा महक
ये चमक ये दमक, फूलवन मा महक, सब कुछ सरकार तुम्हई से है, इठला के पवन, चूमे सैया के चरण, बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥ मेरे सुख दुःख
ये चमक ये दमक, फूलवन मा महक, सब कुछ सरकार तुम्हई से है, इठला के पवन, चूमे सैया के चरण, बगियन मा बहार तुम्हई से है ॥ मेरे सुख दुःख
वो काला एक बांसुरी वाला, सुध बिसरा गया मोरी रे माखन चोर जो नंदकिशोर वो कर गयो मन की चोरी रे सुध बिसरा गया मोरी वो काला एक बांसुरी वाला
जग में सुन्दर हैं दो नाम, चाहे कृष्ण कहो या राम। बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्याम श्याम ॥ माखन ब्रज में एक चुरावे, एक बेर भिलनी के खावे
आनंद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की । नन्द के आनंद भयो, जय कन्हिया लाल की ॥ बृज में आनंद भयो, जय यशोदा लाल की । हाथी घोडा पालकी,
फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी, और साथ सज रही है, वृषभानु की दुलारी ॥ टेढ़ा सा मुकुट सर पर, रखा है किस अदा से, करुणा बरस रही
राधा कौन से पुण्य किये तूने, जो हरि रोज तेरे घर आते हैं ॥ राधा जब सोलह शृंगार करे, प्रभ दर्पण आप दिखाते है, राधा कौन से पुण्य किये तूने,