कीजो केसरी के लाल मेरा छोटा सा ये काम
अपने लहू में बसा लिया जिसने मेरे श्री राम को ऐसी भक्ति ना देखी कहीं, नमन भक्त हनुमान को हो, कीजो, केसरी के लाल, मेरा छोटा सा ये काम हो,
अपने लहू में बसा लिया जिसने मेरे श्री राम को ऐसी भक्ति ना देखी कहीं, नमन भक्त हनुमान को हो, कीजो, केसरी के लाल, मेरा छोटा सा ये काम हो,