Ganesh ji ke Bhajan

म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ

म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ ।। श्लोक – सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश। पांच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु महेश।। म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,