घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो
घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो। राम जी आना, लक्ष्मण जी आना संग में लाना सीता मैया, मेरे घर
घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो। राम जी आना, लक्ष्मण जी आना संग में लाना सीता मैया, मेरे घर
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ ।। श्लोक – सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश। पांच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु महेश।। म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,