आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने
आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। चंदा की चमक सूरज की महक तारों में समाने वाली
आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। चंदा की चमक सूरज की महक तारों में समाने वाली
प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सुमीरु शारदा, मेरे कारज करो हमेश॥ तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश, तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो