Bholenaath Ke bhajan

डम डम डमरू बजाना होगा

डम डम डमरू बजाना होगा, भोले मेरी कुटिया में आना होगा। 🌿 सावन के महीने में, गंगा जल लायेंगे, वही गंगाजल, हम भोले को चढ़ायेंगे। फिर तो भजन और कीर्तन

शिव शंकर डमरू वाले पीते हैं भंग के प्याले

शिव शंकर डमरू वाले, पीते हैं भंग के प्याले, देवों में देव निराले, है बाबा शमशानी, ये रचते खेल निराले, बाबा औघड़ दानी, शिव शंकर डमरू वाले………. लम्बी लम्बी जटाएं

भोले की बारात चली

भोले की बारात चली भोले की बारात चली दूल्हा बनके शिव शम्भू माँ पार्वती के द्वार चली भोले की बारात चली भोले की बारात चली दूल्हा बनके शिव शम्भू माँ