डम डम डमरू बजाना होगा
डम डम डमरू बजाना होगा, भोले मेरी कुटिया में आना होगा। 🌿 सावन के महीने में, गंगा जल लायेंगे, वही गंगाजल, हम भोले को चढ़ायेंगे। फिर तो भजन और कीर्तन
डम डम डमरू बजाना होगा, भोले मेरी कुटिया में आना होगा। 🌿 सावन के महीने में, गंगा जल लायेंगे, वही गंगाजल, हम भोले को चढ़ायेंगे। फिर तो भजन और कीर्तन
तेरा पल पल बीता जाए, मुख से जप ले नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः शिवाय…… शिव शिव तुम हृदय से बोलो, मन मंदिर का परदा खोलो, अवसर खाली
मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा शिव से बड़ा नहीं कोई दूजा बोल सत्यम शिवम बोल तू सुंदरम मन मेरे शिव की महिमा के
शिव शंकर डमरू वाले, पीते हैं भंग के प्याले, देवों में देव निराले, है बाबा शमशानी, ये रचते खेल निराले, बाबा औघड़ दानी, शिव शंकर डमरू वाले………. लम्बी लम्बी जटाएं
शिव की भक्ति में रंग जाना शिव की भक्ति में रंग जाना रंग जाना, रंग जाना शिव की भक्ति में रंग जाना महाकाल के दर पे आके भूल जा तू
भोले की बारात चली भोले की बारात चली दूल्हा बनके शिव शम्भू माँ पार्वती के द्वार चली भोले की बारात चली भोले की बारात चली दूल्हा बनके शिव शम्भू माँ
मेरे मन में बस गए भोलेनाथ मेरे मन में बस गए भोलेनाथ तेरी महिमा गाऊं दिन रात मेरे मन में बस गए भोलेनाथ तेरे दर्शन की प्यासी मेरे मन में
अजब है तेरी माया ऊँचे ऊँचे मंदिर तेरे, ऊँचा तेरा धाम हे कैलाश के वासी भोले, करते हैं तुझे प्रणाम अजब है तेरी माया, इसे कोई समझ ना पाया गज़ब
हे, शम्भू बाबा, मेरे भोलेनाथ तीनों लोक में तू ही तू शिव नाम से है जगत में उजाला हरी भक्तों के है मन में शिवाला ऐ, शम्भू बाबा, मेरे भोलेनाथ