राम जैसा नगीना नही सारे जग की बजरियां में
राम जैसा नगीना नही सारे जग की बजरियां में नील मणि ही जडाऊ गी अपने मन की मुदरिया में राम का नाम प्यारा लगे रसना पे बिठाऊ गी मैं मैं
राम जैसा नगीना नही सारे जग की बजरियां में नील मणि ही जडाऊ गी अपने मन की मुदरिया में राम का नाम प्यारा लगे रसना पे बिठाऊ गी मैं मैं