शिव की भक्ति में रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
रंग जाना, रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
महाकाल के दर पे आके
भूल जा तू अपना ठिकाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
भोले के चरणों में आके
मिलती है जन्नत सच्ची
भोले की चौरासी को
काटते हैं ये हर दुख सच्ची
भोले की महिमा को जान
प्याला अमृत का पाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
तांडव करते भोले के दर्शन
पार करो सबके
सच्चे मन से शिव को जो माने
उसको फल मिले सच्चे
भोले की महिमा के आगे
सब कुछ है वीराना
शिव की भक्ति में रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
रंग जाना, रंग जाना
शिव की भक्ति में रंग जाना
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