तेरे दरबार में मैया ख़ुशी मिलती है
तेरी छाया में, तेरे चरणों में, मगन हो बैठूं तेरे भक्तों में, तेरे दरबार में, मैया, ख़ुशी मिलती है। जिंदगी मिलती है, रोतों को हंसी मिलती है, एक अजब सी
तेरी छाया में, तेरे चरणों में, मगन हो बैठूं तेरे भक्तों में, तेरे दरबार में, मैया, ख़ुशी मिलती है। जिंदगी मिलती है, रोतों को हंसी मिलती है, एक अजब सी
दरबार तेरा, दरबारों में, एक ख़ास अहमियत रखता है, उसको वैसा मिलता है, जो जैसी नियत रखता है॥ बड़ा प्यारा सजा है तेरा, द्वार भवानी, जहाँ भक्तों की लगी है
माँ शारदा, तुम्हे आना होगा, वीणा मधुर बजाना होगा, मेरे मन मंदिर में, मैया, आना होगा, माँ शारदा, तुम्हे आना होगा। सा रे ग म प ध नि सा, मैया,
पवन उड़ा के ले गयी रे, मेरी माँ की चुनरिया। उड़के चुनरिया कैलाश पर, पहुँची गौराजी के मन को भा गयी रे, मेरी माँ की चुनरिया। पवन उड़ा के ले
प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सुमीरु शारदा, मेरे कारज करो हमेश॥ तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश, तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो