हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
घायल की गति घायल जाणै,
जो कोई घायल होय।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
जौहरी की गति जौहर जाणै,
जो कोई जौहर होय।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
सूली ऊपर सेज पिया की,
मिलना किस विध होए।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
गगन मण्डल पर सेज पिया की,
किस विध मिलणा होय।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
दर्द की मारी बन-बन डोलूँ,
वैध मिला नहिं कोय।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
मीरा की प्रभु पीर मिटेगी,
जद वैध साँवरिया होय।
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय।
"अभी सब्सक्राइब करें और भजन के बोल (Lyrics) सीधे अपने मोबाइल पर पाएं!