है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले।
है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले।
त्रिलोक के स्वामी होकर भी, क्यों ओघड़ रूप बनाये,
कर में डमरू त्रिशूल लिये, और नाग गले लिपटाये,
और नाग गले लिपटाये, तुम त्याग अमृत पीते हो,
नित प्रेम से विष के प्याले, शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले, शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले।
अब दृष्टि दया की भक्तों पर है, डमरूधर कर देना,
हम सब भक्तों की भी झोली, भोले शंकर भर देना,
भोले शंकर भर देना, अपना ही बालक जान हमें भी,
चरणों में अपना ले, शिव शंकर डमरू वाले,
शिव शंकर भोले भाले।
है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले,
शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले।
"अभी सब्सक्राइब करें और भजन के बोल (Lyrics) सीधे अपने मोबाइल पर पाएं!