जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी देख तमाशा लकड़ी का

जीते भी लकड़ी मरते भी लकड़ी, देख तमाशा लकड़ी का, क्या जीवन क्या मरण कबीरा, खेल रचाया लकड़ी का ॥…

मन ना रंगाए जोगी कपड़ा रंगाए भजन

तन को जोगी सब करे, मन को करे ना कोई, सहजे सब सिद्धि पाइए, जो मन जोगी होय । हम…

यहाँ रहना नहीं देस बिराना है भजन लिरिक्स

पत्ता कहता तरुवर से, सुनो तरुवर मेरी बात, उस घर की ऐसी रीत है, एक आवक एक जाय। यहाँ रहना…

चदरिया झीनी रे झीनी, राम नाम रस भीनी

कबीरा जब हम पैदा हुए, जग हँसे हम रोये, ऐसी करनी कर चलो, हम हँसे जग रोये । चदरिया झीनी…