Bhajan

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी, राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी,

राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी, राधे राधे रटो चले आएँगे बिहारी, आएँगे बिहारी चले आएँगे बिहारी, राधे राधे जपो चले आएँगे बिहारी ॥ राधा मेरी चंदा, चकोर है बिहारी,

संपूर्ण सुंदरकांड पाठ

– श्लोक – कथा प्रारम्भ होत है । सुनहुँ वीर हनुमान ।। राम लखन जानकी । करहुँ सदा कल्याण ।। जामवंत के बचन सुहाए । सुनि हनुमंत हृदय अति भाए

आओ आओ गजानन गणेश जी, आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी

आओ आओ गजानन गणेश जी, आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी शिव गौरा के लाड़ले गणेश जी, आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी प्रथमे तुमको जो भी ध्यावे, रिद्धि सिद्धि

बजरंगी की पूजा से सब काम होता है हनुमान की पूजा से सब काम होता है

राम सिया राम सिया राम सिया राम जय, राम सिया राम सिया राम सिया राम जय बजरंगी की पूजा से सब काम होता है । हनुमान की पूजा से सब