सारे जग का है वो रखवाला भोला शंकर है जग से निराला
सारे जग का है वो रखवाला, हाँ मेरा भोला है जग से निराला, भोला शंकर है जग से निराला, बम भोला, बम भोला, बम भोला, बम भोला, बम भोला।। एक
सारे जग का है वो रखवाला, हाँ मेरा भोला है जग से निराला, भोला शंकर है जग से निराला, बम भोला, बम भोला, बम भोला, बम भोला, बम भोला।। एक
दोहा – भँवर में नाव पड़ी है, बिच मजधार हूँ मैं, सहारा दीजिये आकर, की अब लाचार हूँ मैं।। दोहा – सदा दरबार में एक भीड़ भक्तो की लगी देखि,
नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ, इक तेरा पुजारी ॥ तेरा पुजारी मैया तेरा पुजारी, नंगे नंगे पांव चल आ गया री माँ, इक तेरा पुजारी ॥ हाथो
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ॥ हे दरबारा वाली आरती जय माँ। ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ
तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, तू कितनी प्यारी है, ये जो दुनिया है कांटो का, तू फुलवारी है, ओ माँ ओ माँ। दुखन लागी है माँ तेरी
मैया का ये रूप सुहाना लगता है, भक्तों का भी दिल दीवाना लगता है, पल भर में भर देती है झोली मैया, पल भर में भर देती है झोली मैया,
लाल लाल चुनरी सितारो वाली, सितारो वाली | जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली || जिसको ब्रह्मा ने बनाया, जिसको विष्णु ने सजाया, जिसको भोले ने रंग में रंग डाली
मेरे सर पर रख दो मैया जी, अपने ये दोनों हाथ, देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ || इस जनम में सेवा देकर, बहुत बड़ा अहसान किया, तू
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन, सुन लो मेरी पुकार, पवन सुत बिनती बारम बार ॥ अष्ट सिध्द नौ निध के दाता, दुखियों के तुम भाग्य विधाता ॥ सिया राम के
पांव में धुंघरू बांध के नाचे जय हो बजरंग बाला, जय हो बजरंग बाला। पांव में धुंघरू बांध के नाचे, जपे राम की माला। बजरंग बाला || || सियाराम ही