मन तड़पत हरि दर्शन को आज
मन तड़पत हरि दर्शन को आज मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज। आ विनती करत हूँ रखियो लाज ॥ तुम्हरे द्वार का मैं हूँ जोगी मेरी ओर नजर कब होगी
मन तड़पत हरि दर्शन को आज मोरे तुम बिन बिगड़े सकल काज। आ विनती करत हूँ रखियो लाज ॥ तुम्हरे द्वार का मैं हूँ जोगी मेरी ओर नजर कब होगी
मैली चादर ओढ़ के कैसे द्वार तुम्हारे आऊँ, हे पावन परमेश्वर मेरे, मन ही मन शरमाऊँ। मैली चादर ओढ़ के कैसे… तूने मुझको जग में भेजा निर्मल देकर काया, आकर
हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै कोय। घायल की गति घायल जाणै, जो कोई घायल होय। हे री मैं तो प्रेम दीवानी, मेरो दर्द न जाणै
पायो जी मैंने राम रतन धन पायो, वस्तु अमोलक दी मेरे सतगुरु, कर किरपा अपनायो। जन्म-जन्म की पूंजी पाई, जग में सभी खोवायो। खरच नाहि खूटे चोर नाहि लूटै, दिन-दिन
एकली खड़ी रे मीरा बाई एकली खड़ी, मोहन आवो तो सही गिरधर आवो तो सही, माधव रे मंदिर में मीरा बाई एकली खड़ी, थे कहो तो संवारा मैं मोर मुकट
भोलानाथ अमली, भोला शंकर अमली, बागॉं माय भांगडली घुटाय राखूंली। कॉंई बोऊँ काशीजी मं, कॉंई जी प्रयाग, कॉंई बोऊँ हर की पेडयॉं, कॉंई जी कैलास। भोलानाथ।। काशीजी मं केशर बोऊँ,
भोले नाथ से निराला कोई और नहीं, गौरीनाथ से निराला कोई और नहीं, ऐसा बिगड़ी बनाने वाला, कोई और नहीं।। उन का डमरू डम डम बोले, अगम निगम के भेद
डमरुँ वाले बाबा तुमको आना होगा, डम डम डमरुँ बजाना होगा, माँ गौरा संग गणपति जी को लाना होगा, डमरुँ वाले बाबा तुमको आना होगा, बेल पत्र दूध बाबा आपको
दीवाना तेरा आया, भोले तेरी नगरी में, नज़राना दिल का लाया, भोले तेरी नगरी में, दीवाना तेरा आया, भोले तेरी नगरी में, मैं दीवाना मैं दीवाना, मैं दीवाना हो गया,
है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले, शिव शंकर डमरू वाले, शिव शंकर भोले भाले। है धन्य तेरी माया जग में, ओ दुनिया के रखवाले, शिव शंकर