मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे
मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे, मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे
मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे, मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे
तरस रही है तेरे दरस को, कबसे मेरी नजरिया माँ, कबसे मेरी नजरिया, ओ शेरावाली ओ जोतावाली, अब तो ले ले खबरिया, तरस रही हैं तेरे दरस को, कबसे मेरी
मुझे रंग दे ओ रंगरेज, चुनरिया सतरंगी, मुझे रंग दे ओ रंगरेज, चुनरिया सतरंगी, मैया को जाके ओढ़ाऊँ, चुनरिया सतरंगी ॥ चुनरिया सतरंगी, जय माँ चुनरिया सतरंगी, जय माँ चुनरिया
लेके पूजा की थाली ज्योत मन की जगा ली तेरी आरती उतारूँ भोली माँ तू जो दे दे सहारा सुख जीवन का सारा तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ ओ
मेरी मैया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है, भक्ति में तेरी डूब के ये, भक्ति में तेरी डूब के ये, मस्ताने आए है, मेरी मईया तेरे दरबार ये, दीवाने आए
काली काली अमावस की रात मैं काली निकली काल भैरव की साथ मैं ये अमावस की रात बड़ी काली, घूमने निकली माता महाकाली, एक दानव का मुंड लिये हाथ में
भर दो झोली मेरी शेरोवाली लौट कर मैं ना जाऊंगी खाली तुम्हारी भक्ति से जमाना क्या नहीं पाता कोई भी दर से खाली मांगने वाला नहीं जाता भर दो झोली
अम्बे तू है जगदम्बे काली, जय दुर्गे खप्पर वाली, तेरे ही गुण गायें भारती, ओ मैया, हम सब उतारें तेरी आरती। तेरे भक्त जानों पर मैया, भीड़ पड़ी है भारी,
दरबार तेरा दरबारों में, कुछ खास अहमियत रखता है, और जिसको जितना मिलता है, वो जैसी नियत रखता है। तेरा दर हकीकत में दुखियों का सहारा है, दरबार तेरा, मैया,
तेरी छाया में, तेरे चरणों में, मगन हो बैठूं तेरे भक्तों में, तेरे दरबार में, मैया, ख़ुशी मिलती है। जिंदगी मिलती है, रोतों को हंसी मिलती है, एक अजब सी