बिगड़ी मेरी बनादे ए शेरों वाली मैया
सदा पापी से पापी को भी तुम, मां भवसिंधु तारी हो, फसी मझधार में नैया को भी, पल में उबारी हो, न जाने कोन ऐसी भुल, मुझसे हो गयी मैया,
सदा पापी से पापी को भी तुम, मां भवसिंधु तारी हो, फसी मझधार में नैया को भी, पल में उबारी हो, न जाने कोन ऐसी भुल, मुझसे हो गयी मैया,
लहर लहर लहराई रे मेरी माँ की चुनरिया ओ देखो लेहेर लेहेर लहराई रे, लहराई रे देखो शेर पे सवार होके आयी रे, आयी रे बड़ी ममतामयी है महामाई रे
नंगे नंगे पाँव चल आ गया री माँ, इक तेरा पुजारी ॥ तेरा पुजारी मैया तेरा पुजारी, नंगे नंगे पांव चल आ गया री माँ, इक तेरा पुजारी ॥ हाथो
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ॥ हे दरबारा वाली आरती जय माँ। ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ
तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, तू कितनी प्यारी है, ये जो दुनिया है कांटो का, तू फुलवारी है, ओ माँ ओ माँ। दुखन लागी है माँ तेरी
मैया का ये रूप सुहाना लगता है, भक्तों का भी दिल दीवाना लगता है, पल भर में भर देती है झोली मैया, पल भर में भर देती है झोली मैया,
लाल लाल चुनरी सितारो वाली, सितारो वाली | जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली || जिसको ब्रह्मा ने बनाया, जिसको विष्णु ने सजाया, जिसको भोले ने रंग में रंग डाली
मेरे सर पर रख दो मैया जी, अपने ये दोनों हाथ, देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ || इस जनम में सेवा देकर, बहुत बड़ा अहसान किया, तू
सच्चे मन से माँ की, ज्योत तुम जगाओ, बिन मांगे सारे फल पाओ ॥ ये ही है दुर्गा ये ही माँ काली, चाहे किसी भी रूप में मनाओ, बिन मांगे
लहर लहर लहरा गई रे, मेरी माँ की चुनरियाँ, माँ की चुनरियाँ, मेरी माँ की चुनरियाँ, लहर लहर लहरा गयी रे, मेरी माँ की चुनरियाँ ॥ उड़के चुनरिया बरसाने को