गणपति आज पधारो श्री राम जी की धुन में
Mukhda: गणपति आज पधारो, श्री राम जी की धुन में।। Antara: रामजी की धुन में, मोदक भोग लगाओ, श्री रामजी की धुन में, गणपति आज पधारो।। हनुमंत आज पधारो देवा,
Mukhda: गणपति आज पधारो, श्री राम जी की धुन में।। Antara: रामजी की धुन में, मोदक भोग लगाओ, श्री रामजी की धुन में, गणपति आज पधारो।। हनुमंत आज पधारो देवा,
गाइये गणपति जगवंदन, शंकर सुवन भवानी नंदन, शंकर सुवन भवानी नंदन, गाइये गणपति जगवंदन।। सिद्धि सदन, गजवदन विनायक, कृपा सिंधु सुंदर, सब लायक, शंकर सुवन भवानी नंदन, गाइये गणपति जगवंदन।।
बिगड़ी तेरी बनाएगा, नाम गणपति का, संकट सभी मिटाएगा, नाम गणपति का। बिगड़ी बनाएगा, संकट मिटाएगा, कष्ट ना कभी तू पाएगा, जो मन से तू गाएगा। नाम गणपति का, बिगड़ी
घर में पधारो गजाननजी, मेरे घर में पधारो रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा, मेरे घर में पधारो। राम जी आना, लक्ष्मण जी आना संग में लाना सीता मैया, मेरे घर
म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ, आओ जी गजानन आओ ।। श्लोक – सदा भवानी दाहिनी, सनमुख रहे गणेश। पांच देव रक्षा करे, ब्रम्हा विष्णु महेश।। म्हारा कीर्तन मे रस बरसाओ,
आओ आओ गजानन गणेश जी, आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी शिव गौरा के लाड़ले गणेश जी, आओ अंगना पधारो श्री गणेश जी प्रथमे तुमको जो भी ध्यावे, रिद्धि सिद्धि
आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। आ जाओ गजानन कीर्तन में अब रात गुजरने वाली है। चंदा की चमक सूरज की महक तारों में समाने वाली
प्रथमे गौरा जी को वंदना, द्वितीये आदि गणेश, त्रितिये सुमीरु शारदा, मेरे कारज करो हमेश॥ तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो गणेश, तेरी जय हो गणेश तेरी जय हो