
आरती श्री रामायण जी की। कीरति कलित ललित सिया-पी की॥ गावत ब्रह्मादिक मुनि नारद। बालमीक विज्ञान विशारद। शुक सनकादि शेष…

ओम जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी रमणा। सत्यनारायण स्वामी जन पातक हरणा॥ ओम जय लक्ष्मी रमणा, स्वामी जय लक्ष्मी…

श्री रामचंद्र जी की आरती आरती कीजै रामचन्द्र जी की। हरि-हरि दुष्टदलन सीतापति जी की॥ पहली आरती पुष्पन की माला।…

श्री दुर्गा जी की आरती मंगल की सेवा सुन मेरी देवा, हाथ जोड़ तेरे द्वार खड़े। पान सुपारी ध्वजा नारियल,…

देवउठनी ग्यारस: महत्व, परंपराएँ और विशेषताएँ हिंदू धर्म में अनेक पर्व और त्योहार ऐसे हैं, जो न केवल आध्यात्मिक लाभ…