लगन तुमसे लगा बैठे जो होगा देखा जाएगा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा, तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥ कभी दुनिया से डरते थे, छुप छुप याद करते थे, लो अब परदा
लगन तुमसे लगा बैठे, जो होगा देखा जाएगा, तुम्हे अपने बना बैठे, जो होगा देखा जाएगा ॥ कभी दुनिया से डरते थे, छुप छुप याद करते थे, लो अब परदा
सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आये है, मेरे सरकार आये है, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, लगे कुटिया भी दुल्हन सी, मेरे सरकार आये है, सजा दो
ये तो प्रेम की बात है उधो, बंदगी तेरे बस की नहीं है, यहाँ सर देके होते सौदे, आशिकी इतनी सस्ती नहीं है ॥ प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा,
देना हो तो दीजिये, जनम जनम का साथ। मेरे सिर पर रख दो बाबा, अपने दोनों हाथ। देने वाले श्याम प्रभु तो, धन और दौलत क्या मांगे। श्याम प्रभु से
यशोमती मैया से बोले नंदलाला राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥ यशोमती मैया से बोले नंदलाला राधा क्यों गोरी मैं क्यों काला॥ बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया कारी अंधियरी
मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे, मने खारो खारो जमुनाजी रो पानी लागे मीठे रस से भरी रे, राधा रानी लागे, मने कारो खारो खारो जमुनाजी रो पानी
श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥ हे नाथ नारायण…॥ पितु मात स्वामी, सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा ॥ हे नाथ नारायण…॥ ॥ श्री कृष्ण गोविन्द
छाप तिलक सब छिनी रे, मो से नैना मिलाई के, नैना मिलाई के, मो से साना मिलाई के, बात अधम कह दिनी रे, मो से नैना मिलाई के, छाप तिलक
गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो, राधा रमण हरी गोविन्द बोलो, राधा रमण हरी गोविन्द बोलो, गोविन्द बोलों हरी गोपाल बोलो || ब्रह्मा की जय जय विष्णु की जय जय, ब्रह्म
एक राधा एक मीरा, दोनों ने श्याम को चाहा अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो एक प्रेम दी वानी एक दरस दीवानी राधा ने मधुबन में ढूँढा , मीरा