विपस्सना का परिचय विपस्सना का अर्थ है “जिस प्रकार कुछ होता है, उसे जैसा वह है वैसा देखना”। मूलतः यह…
शिव तो ठहरे सन्यासी, गौरां पछताओगी भोला योगी संग कैसे, अरे जिंदगी बिताओगी शिव तो ठहरे सन्यासी, गौरां पछताओगी ऊँचे…
तेरे डमरू की धुन सुनकर, तेरे दरबार आया हूं।। कृपा कर दे मेरे बाबा, कृपा कर दे मेरे भोले, मैं…
कण कण में ॐ समाया है, प्रभु कैसी तुम्हारी माया है। कभी गणपति में ओम, कभी गौरा में ओम, रिद्धि-सिद्धि…
शिव कैलाशों के वासी शिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा। शंकर संकट हरना, शंकर संकट हरना। तेरे कैलाशों का…
डम डम डमरू बजाना होगा, भोले मेरी कुटिया में आना होगा। 🌿 सावन के महीने में, गंगा जल लायेंगे, वही…
आ लौट के आजा भोलेनाथ तुझे माँ गौरा बुलाती है। तेरा सुना पड़ा रे कैलाश, तुझे माँ गौरा बुलाती है।…
अगर श्याम सुन्दर का सहारा ना होता, तो दुनियाँ में कोई हमारा ना होता । जबसे मिली है दया हमको…
दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे द्वार, यहाँ पे भी जो हारा, कहाँ जाऊंगा सरकार || सुख में कभी…
क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का साथ देती नहीं यह किसी का क्या भरोसा है इस ज़िंदगी का साथ देती…