भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे,
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ॥ हे दरबारा वाली आरती जय माँ। ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ
भोर भई दिन चढ़ गया मेरी अम्बे, हो रही जय जय कार मंदिर विच आरती जय माँ ॥ हे दरबारा वाली आरती जय माँ। ओ पहाड़ा वाली आरती जय माँ
तू कितनी अच्छी है, तू कितनी भोली है, तू कितनी प्यारी है, ये जो दुनिया है कांटो का, तू फुलवारी है, ओ माँ ओ माँ। दुखन लागी है माँ तेरी
मैया का ये रूप सुहाना लगता है, भक्तों का भी दिल दीवाना लगता है, पल भर में भर देती है झोली मैया, पल भर में भर देती है झोली मैया,
लाल लाल चुनरी सितारो वाली, सितारो वाली | जिसे ओढ़कर आई है, माँ शेरोवाली || जिसको ब्रह्मा ने बनाया, जिसको विष्णु ने सजाया, जिसको भोले ने रंग में रंग डाली
मेरे सर पर रख दो मैया जी, अपने ये दोनों हाथ, देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ || इस जनम में सेवा देकर, बहुत बड़ा अहसान किया, तू
हे दुःख भंजन मरुत नन्दन, सुन लो मेरी पुकार, पवन सुत बिनती बारम बार ॥ अष्ट सिध्द नौ निध के दाता, दुखियों के तुम भाग्य विधाता ॥ सिया राम के
पांव में धुंघरू बांध के नाचे जय हो बजरंग बाला, जय हो बजरंग बाला। पांव में धुंघरू बांध के नाचे, जपे राम की माला। बजरंग बाला || || सियाराम ही
नाचे वीर हनुमान माँ के मंदिर में, देवे आशीष भगवान् माँ के मंदिर में | माता जानकी भी लेवे बालियां, भक्त चढ़ावे देखो नारियल रुपैयाँ, अंजनी देवे वरदान माँ के
राम दशरथ के घर जन्मे घराना हो तो ऐसा हो राम दशरथ के घर जन्मे घराना हो तो ऐसा हो ॥ लोक दर्शन को चल आये सुहाना हो तो ऐसा
चित्रकूट के घाट पर भई संतन की भीड़, तुलसीदास चन्दन घिसे तिलक करत रघुवीर… चित्रकूट के घाट घाट पर भिजनी जोवे बाट, राम पिर घर आना, राम मेरे घर आना…