पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम
पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम ॥ “जिसको छोड़ोगे, पलभर में डूब जाएगा” पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम ॥ तैरना क्या जाने, पत्थर
पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम ॥ “जिसको छोड़ोगे, पलभर में डूब जाएगा” पार होगा वही, जिसे पकड़ोगे राम ॥ तैरना क्या जाने, पत्थर
दोहा: राम नाम की लूट है, लूट सके तो लूट, अंत समय पछतायेगा, जब प्राण जायेंगे छूट। तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे, राम
श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए, सच कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए। श्यामा तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए, सच कहता हूँ मेरी तकदीर
प्रभु मेरे अवगुण चित ना धरो, समदर्शी प्रभु नाम तिहारो, चाहो तो पार करो। एक लोहा पूजा में राखत, एक घर बधिक परो, सो दुविधा पारस नहीं देखत, कंचन करत
गुरुवर तेरे चरणों की गर धूल जो मिल जाए, सच्च कहता हूँ मेरी तकदीर बदल जाए। गुरुवर तेरे चरणों की… बालक अज्ञानी हूँ, कैसे तेरा ध्यान धरूं, तेरे ज्ञान का
बाल समय रवि भक्ष लियो तब, तनहुं लोक भयो अंधियारों। ताहि सों त्रास भयो जग को, यह संकट काहु सों जात न टारो। देवन आनि करी बिनती तब, छाड़ी दियो
भला किसी का कर न सको तो, भला किसी का कर न सको तो, बुरा किसी का न करना। पुष्प नहीं बन सकते तो तुम, कांटे बन कर मत रहना।
मुरली वाले ने घेर लायी अकेली पनिया गयी। मै तो गयी थी यमुना तट पे, कहना खड़ा था री पनघट पे, बड़ी मुझ को रे देर भई, अकेली पनिया गयी।
हे प्रभु आनंददाता, ज्ञान हमको दीजिए। शीघ्र सारे दुर्गुणों को दूर हमसे कीजिए। हे प्रभु आनंददाता, ज्ञान हमको दीजिए। लीजिए हमको शरण में, हम सदाचारी बनें, ब्रह्मचारी धर्मरक्षक, वीर व्रतधारी
घनश्याम तेरी बंसी, पागल कर जाती है, घनश्याम तेरी बंसी, पागल कर जाती है, मुस्कान तेरी मोहन, पागल कर जाती है, घनश्याम तेरी बंसी, पागल कर जाती है, सोने की