जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो
जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो, प्यारा प्यारा दरस दिखाया करो, जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो, मीठी मीठी मुरली सुनाया करो, जल्दी जल्दी सांवरे……. शिमला मसूरी
जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो, प्यारा प्यारा दरस दिखाया करो, जल्दी जल्दी सांवरे बुलाया करो, मीठी मीठी मुरली सुनाया करो, जल्दी जल्दी सांवरे……. शिमला मसूरी
मेरी नैया भंवर में पड़ी मेरी नैया भंवर में पड़ी, तुमको आना पड़ेगा हरि, आज विपदा क्यों आन पड़ी, आज विपदा क्यों आन पड़ी, मुझे आके सम्भालो हरि, मेरी नईया
( बिछड़े अभी तो हम बस कल परसों, जिऊंगी मैं कैसे इस हाल में बरसों, राधा पुकारे मेरे श्याम कन्हाई, आजा देर लगाए॥ ) ओ बंसीवाले सांवरा बड़ी देर लगाए,
राम को देख कर श्री जनक नंदिनी, बाग में जा खड़ी की खड़ी रह गयी, राम देखे सिया माँ सिया राम को, चारो अँखिआ लड़ी की लड़ी रह गयी…. थे
दुनिया चले ना श्री राम के बिना, राम जी चले ना हनुमान के बिना । जब से रामायण पढ़ ली है, एक बात मैंने समझ ली है, रावण मरे ना
रामा रामा रटते रटते, बीती रे उमरिया । रघुकुल नंदन कब आओगे, भिलनी की डगरिया ॥ मैं शबरी भिलनी की जाई, भजन भाव ना जानु रे । राम तेरे दर्शन
आ ही गए रघुनंदन, सजवादो द्वार-द्वार, स्वर्ण कलश रखवादो, बंधवादों बंधन वार… सजी नगरिया है सारी, नाचें गावे नर-नारी, खुशियाँ मनाओ, गाओ री मंगल चार, स्वर्ण कलश रखवादो, बंधवादों बंधन
हमारे साथ श्री रघुनाथ तो, किस बात की चिंता, शरण में रख दिया जब माथ तो, किस बात की चिंता || किया करते हो तुम दिन रात क्यों, बिन बात
सीता राम जी की प्यारी, राजधानी लागे, राजधानी लागे, मोहे मिठो मिठो, सरयू जी रो पानी लागे ।। तर्ज – मीठे रस से भरयो री राधा। धन्य कौशल्या धन्य कैकई,
दर पर तुम्हारे आया, ठुकराओ या उठा लो, करुणा के सिंधु मालिक, अपनी विरद बचा लो || मीरा या शबरी जैसा, पाया हृदय न मैंने, जो है दिया तुम्हारा, लो