तरस रही है तेरे दरस को
तरस रही है तेरे दरस को, कबसे मेरी नजरिया माँ, कबसे मेरी नजरिया, ओ शेरावाली ओ जोतावाली, अब तो ले ले खबरिया, तरस रही हैं तेरे दरस को, कबसे मेरी
तरस रही है तेरे दरस को, कबसे मेरी नजरिया माँ, कबसे मेरी नजरिया, ओ शेरावाली ओ जोतावाली, अब तो ले ले खबरिया, तरस रही हैं तेरे दरस को, कबसे मेरी
मुझे रंग दे ओ रंगरेज, चुनरिया सतरंगी, मुझे रंग दे ओ रंगरेज, चुनरिया सतरंगी, मैया को जाके ओढ़ाऊँ, चुनरिया सतरंगी ॥ चुनरिया सतरंगी, जय माँ चुनरिया सतरंगी, जय माँ चुनरिया
लेके पूजा की थाली ज्योत मन की जगा ली तेरी आरती उतारूँ भोली माँ तू जो दे दे सहारा सुख जीवन का सारा तेरे चरणों पे वारूँ भोली माँ ओ
मेरी मैया तेरे दरबार ये, दीवाने आए है, भक्ति में तेरी डूब के ये, भक्ति में तेरी डूब के ये, मस्ताने आए है, मेरी मईया तेरे दरबार ये, दीवाने आए
मेरे भोले बाबा को अनाड़ी मत समझो, अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो, अनाड़ी मत समझो, खिलाडी मत समझो, वो है त्रिपुरारी अनाड़ी मत समझो ॥ मेरे भोले बाबा के
आंसू बहाना, श्याम के सिवा, कहीं दिल ना लगाना…… जो श्याम का गुणगान किया है, सच्चा जीवन वो ही जिया है, सुमिरन के बल से तुझे, सुमिरन के बल से
रोते रोते आते है हंसते हंसते जाते है रोते रोते आते है हंसते हंसते जाते है, करते पूरी आशा ओ सदा, मन से बुलाले तू दिल में बिठाले तू दूर
जा.. रे जा जा रे बदरा तू कान्हा के अंगना जा.. रे जा जा रे बदरा तू कान्हा के अंगना, तुझसे बोले ये राधा, किया कान्हा ने वादा, खड़ी यमुना
तर्ज – श्यामा आन बसों वृंदावन में मुझ पर भी दया की कर दो नज़र, ऐ श्याम सुंदर ऐ मुरलीधर, कुछ दीनों के दुःख की लेलो खबर, ऐ श्याम सुंदर
श्री राधे गोविन्दा गोपाल, राधा वर माधव हरे । मोरमुकुट सिर पेच विराजे, कानन में कुण्डल छविछाजे । ठोड़ी पै हीरा लाल, राधा वर माधव हरे ॥१॥ बड़ी बड़ी अंखियन