भजमन राम चरण सुखदाई: भजन
भजमन राम चरण सुखदाई, भजमन राम चरण सुखदाई ॥ जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है त्रिभुवन तारन आई ॥ भजमन राम चरण सुखदाई, भजमन
भजमन राम चरण सुखदाई, भजमन राम चरण सुखदाई ॥ जिहि चरननसे निकसी सुरसरि संकर जटा समाई । जटासंकरी नाम परयो है त्रिभुवन तारन आई ॥ भजमन राम चरण सुखदाई, भजमन
राम नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली । कृष्ण नाम के हीरे मोती, मैं बिखराऊँ गली गली । ले लो रे कोई राम का प्यारा, शोर मचाऊँ गली
नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो चरन हो राघव के, जहाँ मेरा ठिकाना हो। नगरी हो अयोध्या सी, रघुकुल सा घराना हो। लक्ष्मण सा भाई हो, कौशल्या माई
प्रभु केवट की नाव चढ़े कभी कभी भगवान को भी भक्तो से काम पड़े । जाना था गंगा पार प्रभु केवट की नाव चढ़े ॥ अवध छोड़ प्रभु वन को
मुझे दास बनाकर रख लेना, भगवान तू अपने चरणों में, मुझे दास बनाकर रख लेना, भगवान तू अपने चरणों में, भगवान तू अपने चरणों में, भगवान तू अपने चरणों में,
तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे, बलिहार संवारे जू । तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे, बलिहार संवारे जू । तेरी मंद-मंद मुस्कनिया पे, बलिहार संवारे जू ॥ तेरे बाल बड़े घुंगराले, बादल जो
ओ रामजी तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना, तेरे भजन ने, बड़ा सुख दीना, ये दुनिया दीवानी, दो दिन की कहानी, पल दो पल का है जीना, बड़ा सुख दीना,
सच्चे मन से माँ की, ज्योत तुम जगाओ, बिन मांगे सारे फल पाओ ॥ ये ही है दुर्गा ये ही माँ काली, चाहे किसी भी रूप में मनाओ, बिन मांगे
लहर लहर लहरा गई रे, मेरी माँ की चुनरियाँ, माँ की चुनरियाँ, मेरी माँ की चुनरियाँ, लहर लहर लहरा गयी रे, मेरी माँ की चुनरियाँ ॥ उड़के चुनरिया बरसाने को
मैया तुमको मनावे तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे, मैया तुमको मनाए तेरे भक्त रे, तेरे भक्त रे, ओ मेरी मैया मेरी मात रे